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मिशन बिगिन अगेन' ३ जून से तीन चरणों में खुलेंगी सभी दूकानें, मनपा आयुक्त उन्हाले ने जारी किए आदेश



उल्हासनगर, (संतोष झा)। मिशन ‘बिगिन अगेन’ के अंतर्गत महाराष्ट्र सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार उल्हासनगर में भी 3 चरणों में 30 जून तक छूट देने की घोषणा मंगलवार को मनपा आयुक्त समीर उन्हाले ने की. इस संदर्भ में विशेष जानकारी देते हुए शिवसेना नगरसेवक अरुण आशान ने बताया कि उल्हासनगर में तीन चरणों में दुकानें खोलने की अनुमति दिए गई है. कन्टेनमेंट जोन में सरकारी आदेश के तहत अत्यावश्यक सेवा के तहत ही दुकानें खुलेगी. तीन चरणों में जो दुकानें खोलने का आदेश दिया गया है वो इस प्रकार है-

पहला चरण 3 जून  

आयुक्त की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार 3 जून से शुरू होनेवाले प्रथम चरण में आने वाली बारिश से संबंधित सभी दुकाने जरूरत के सामान जैसे इलेक्ट्रिकल, प्लंबर, बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर, पेस्ट कंट्रोल, पतरा, ताल पत्री, लोखंड इत्यादि। खेल मैदान, निजी खेल मैदान, सार्वजनिक खुली जगहों पर लोगों को तड़के 5 से शाम 7 बजे तक साइकिलिंग, जॉगिंग, वॉकिंग की अनुमति होगी. किंतु समूह में गतिविधियों को अनुमति नहीं होगी. इसी तरह गैरेज और वर्कशाप में पूर्व समय निश्चित कर सेवाएं दी जा सकेंगी. सभी सरकारी कार्यालय 15 प्रतिशत की क्षमता के साथ कार्य कर सकेंगे. शादी समारोह पर 50 लोग और निधन होने पर 20 लोगों के शामिल होने की मंजूरी दी गई है.

दुसरा चरण ५ जून

५ जून से शुरू होनेवाले दूसरे चरण में सभी मार्केट, मार्केट एरिया और दूकानों को शर्तों के अनुसार सुबह 9 से शाम 5 बजे तक व्यापार करने की अनुमति होगी, किंतु मॉल्स और मार्केट काम्प्लेक्स को छूट नहीं होगी. शहर की मुख्य सड़कों पर सभी दुकानें पी १ पी २ की पद्धति से खोली जाएगी जिसमें कोविड-19 के सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा.

तीसरा चरण ८ जून

मनपा आयुक्त द्वारा जारी आदेशों के अनुसार 8 जून से शुरू होनेवाले तीसरे चरण में सभी निजी कार्यालयों को 10 प्रतिशत कर्मचारियों की क्षमता के साथ कार्यालय शुरू करने की अनुमति होगी, जबकि अन्य कर्मचारी वर्क फ्राम होम की तर्ज पर कार्य कर सकेंगे. निजी कार्यालय के मालिकों को कर्मचारियों के लिए सैनिटाइजेशन प्रोग्राम लेना होगा. आयुक्त ने आदेश में स्पष्ट किया कि अब जिन मामलों में छूट प्रदान की गई है, उसके लिए अब किसी भी सरकारी प्राधिकृत अधिकारी से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी.

- कंटेनमेंट जोन में केवल अत्यावश्यक सेवा

आदेशों में कहा गया कि कंटेनमेंट जोन में केवल अत्यावश्क गतिविधियों को ही छूट रहेगी. इसके अलावा कंटेनमेंट जोन में किसी भी तरह की आवाजाही न हो, इसका कड़ाई से पालन किया जाएगा, जबकि मेडिकल इमरजेन्सी और जीवनावश्यक वस्तुओं की सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों का पालन किया जाएगा.

उल्हास ट्रेड असोसिएशन (यूटीए) के कार्याध्यक्ष दीपक छतलानी ने दुकानें खोलने की मिली अनुमति पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि टीओके के अध्यक्ष ओमी कालानी के मार्गदर्शन में हम यूटीए की तरफ से महापौर लीलाबाई आशान, उपमहापौर भगवान भालेराव तथा शिवसेना नगरसेवक अरुण आशान के साथ मनपा आयुक्त समीर उन्हाले से मिले मिलकर उन्हें जल्द दुकानें खोलने की अनुमति देने का अनुरोध किया.
उल्हासनगर ५ के यूटीए अध्यक्ष दिनेश लहरानी ने दुकानें शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दिए जाने पर अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि हम शुक्रगुजार हैं महापौर, उपमहापौर और आयुक्त के. हमें शहर को सुरक्षित रखना है. इसके लिए व्यापारियों को कड़ाई से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. श्री लहरानी ने विशेष रूप से ओमी कालानी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि लॉक डाउन के बाद से वे लगातार व्यापारियों की समस्याओं को समझ रहे थे और उन समस्याओं का समाधान करवाने की कोशिश में लगे थे.

देर रात 15 मरीजों के मिलने से मचा हड़कंप


उल्हासनगर में कोरोना का कहर हुआ तेज



उल्हासनगर (नि.सं.)। काफी लम्बे समय तक कोरोना मुक्त रहा उल्हासनगर में कोरोना अब कहर बनकर टूटने लगा है, 27 मरीजों का उल्हासनगर के कोविड-19 अस्पताल (कैंप-4) में पहले से ही इलाज चल रहा था कि शुक्रवार देर रात को 15 नये मरीजों के मिलने की खबर से शहर में हड़कंप मच गया और लोगों की नीन्द हरामद हो गयी. सोशल मीडिया में यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गयी और लोग खुद को असुरक्षित सा महसूस करने लगे। 15 नये मिले मरीजों का तुरंत ही इलाज शुरू कर दिया गया और उनकी स्थिति पर बारिकी से नजर रखने के साथ ही प्रशासन और पुलिस विभाग अब इन मरीजों के संपर्क में आये लोगों को क्वारंटाईन करने की दिशा में काम कर रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात करीबन 12 बजे उल्हासनगर में 15 नये कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद जहां प्रशासन सकते में आ गया वहीं डॉक्टरों की टीम ने इन मरीजों का इलाज शुरू कर दिया, इसके साथ ही मनपा प्रशासन और पुलिस विभाग ने इन 15 नये मरीजों के संपर्क में आये लोगों की पहचान शुरू कर दी है, ताकि उन लोगों को समय रहते कोरंटाईन कर कोरोना को उल्हासनगर में और अधिक फैलने से रोका जा सके। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात जो 15 नये कोरोना मरीज मिले हैं उनकें 9 कोरोना मरीज सम्राट अशोक नगर से हैं, जबकि 5 में चोपड़ा कोर्ट और शांतिनगर के मरीजों का समावेश है, जबकि 1 मरीज गोल मैदान परिसर से मिला है। सूत्रों के अनुसार उल्हासनगर में इन नये 15 मरीजों के मिलने के साथ ही कोरोना मरीजों का आंकड़ा 42 हो गयी है, इन मरीजों में से हालांकि 11 बदलापुर और 3 कल्याण और 13 उल्हासनगर के हैं, इन सभी 42 मरीजों का इलाज कैंप-4, मुख्य बाजार स्थित सरकारी प्रसुति गृह यानी कोविड-19 अस्पताल में इलाज चल रहा है।

उल्लेखनिय है कि कोरोना प्रभावित अब तक चार मरीज स्वस्थ हुए हैं तथा एक ८७ वर्षीय वृद्ध महिअ की मौत हो चुकी है। बताते चलें कि कैंप निवासी 19 मार्च को कोरोना की पहली मरीज शहर में पायी गई जो 26 मार्च को स्वस्थ होकर घर वापस आ गई वो अब तक ठीक है, उल्हासनगर-5 निवासी धारावी के क्लिनिक में कार्यरत युवक जिसे कोरोना हुआ था वो भी स्वस्थ होकर घर वापस आ गया है। उल्हासनगर-4 निवासी मुंबई के भाभा अस्पताल में कार्यरत कोरोना ग्रस्त नर्स भी ठीक होकर घर वापस आ गई है। साथ ही उल्हासनगर-4 मुंबई के येलोगेट पुलिस थाना में कार्यरत कोरोना ग्रस्त पुलिसकर्मी भी स्वस्थ होकर घर लौटा है। उपरोक्त चारों कोरोना मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। जबकि उल्हासनगर-3 फाल्वर लाईन, इमली पाड़ा परिसर निवासी एक 87 वर्षीय वृद्ध महिला की मौत हो चुकी है। गौरतलब हो कि उल्हासनगर-4 परिसर कोरोना का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है यहां सबसे अधिक 12 कोरोना के मरीज मिले हैं। कैम्प 4 संभाजी चौक निवासी पुलिस कर्मी के चार परिजनों का ईलाज अभी भी कोरोना अस्पताल में चल रहा है। साथ ही कैम्प 4 मराठा सेक्शन निवासी मुंबई के सायन में मेडिकल एजेंसी में कार्यरत युवक को कोरोना हुआ था उसके बाद उसके संपर्क में आए उनके परिजनों सहित 4 लोग कोरोना बाधित हो गए। उल्हासनगर-3 में फाल्वर लाईन में जिस वृद्ध महिला की मौत हुई उसका 60 वर्षीय पुत्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया. वहीं कैम्प 3 में ही शांतिनगर रोड, चोपड़ा ब्राह्मणपाड़ा में एक पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाया गया।

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महाराष्ट्र में १० जून तक आ सकता है १०वीं और १२वीं का रिजल्ट


आंसरशीट जांचने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन से दी छूट


मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने 10वीं और 12वीं की उत्तरपुस्तिका जांच में लगे शिक्षक, मॉडरेटर और अधिकारियों को लॉकडाउन के दौरान यात्रा करने की छूट दी है.राज्य में स्कूल और जूनियर कॉलेज बंद हैं, इसलिए बड़ी संख्या में १०वीं और १२वीं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं हो पा रहा है. स्कूली शिक्षा विभाग की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी वंदना कृष्णा ने राज्य के सभी आयुक्त और जिला अधिकारियों से शिक्षकों को लॉकडाउन में मूल्यांकन के लिए विशेष छूट देने के लिए कहा था.शिक्षा विभाग की तरफ से जारी सर्कुलर में कहा गया था कि १०वीं और १२वीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए इससे जुड़े लोगों को शर्तों के साथ आने-जाने की छूट दी जाएगी. सर्कुलर के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत 10 जून तक १०वीं और १२वीं का नतीजा घोषित हो जाना चाहिए. इसीलिए उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना जरूरी है. इसीलिए जो उत्तर पुस्तिकाएं पोस्ट ऑफिस में पड़ी हैं, उनको स्कूल और जूनियर कॉलेज तक पहुंचाने की अनुमति दी जाए. इसके बाद इन उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए शिक्षकों के घरों तक पहुंचाने के लिए संबंधित शिक्षक अथवा कर्मचारी की आईडी कार्ड को देखकर आने-जाने को छूट दी जाए.

- 10 जून तक आ सकता है रिजल्ट

महाराष्ट्र में करीब 15 लाख छात्रों ने 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा दी थी. सरकार के इस कदम से उनको काफी राहत मिलेगी. सभी छात्र रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं. बहरहाल सरकार के इस फैसले से अब १० जून तक 10वीं और 12वीं का रिजल्ट आने की संभावना है.

गृहमंत्री ने दिया दो पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश


महाराष्ट्र के मंत्री आव्हाड की बेटी के खिलाफ फेक न्यूज



मुंबई, महाराष्ट्र के गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड की बेटी के स्पेन से लौटने के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित होने की झूठी खबर चलाने वाले एक समाचार चैनल के संवाददाता और एंकर के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है। इस संदर्भ में राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने संबद्ध समाचार चैनल का नाम नहीं बताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इस प्रक्रिया में कोरोना वायरस से संक्रमित किसी भी मरीज के नाम का खुलासा नहीं करने की आचार संहिता का उल्लंघन किया गया। उन्होंने कहा कि चैनल ने यह जानबूझकर किया और यह गैर जिम्मेदारी भरा गंभीर मामला है। गृहमंत्री देशमुख ने कहा कि ऐसे समय में जब कोरोना वायरस महामारी को लेकर डर का माहौल है तो ‘फर्जी और दहशत फैलाने वाली’ खबरों का प्रसारण करना गलत है। देशमुख ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘इसलिये संवाददाता और एंकर के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।’’ हालांकि, आव्हाड ने कहा कि देशमुख ने उनसे मामला दर्ज कराने को कहा लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया है क्योंकि वह प्रतिशोध से काम नहीं करना चाहते। आव्हाड ने खबर को लेकर चिंता जताने के लिये देशमुख का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, ‘‘  मैंने किसी के खिलाफ मामला नहीं दर्ज कराने का निर्णय लिया। चैनल अपना काम करते हैं। लोगों को निर्णय लेने दें। माफ करें और भूलें।’ गौरतलब हो कि हाल ही में गृह निर्माण मंत्री आव्हाड ने एक पुलिस अधिकारी से बातचीत की थी, जो बाद में संक्रमित पाया गया। जिसके बाद मंत्री आव्हाड ने एहतियात के तौर पर खुद को पृथक कर लिया था। बुधवार को उन्होंने बताया था कि उनकी जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई और वह स्वस्थ हैं।
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बदलापुर में फिर मिले ८ करोना के पॉजिटिव मरीज, आंकड़ा हुआ ११ 


बदलापुर। एक बार फिर गुरुवार को बदलापुर परिसर में रहने वाले ८ लोगों का रिपोर्ट करोना पॉजिटिव मिलने से पूरे बदलापुर परिसर में सनसनी फ़ैल गई है. बताया गया है कि कात्रप परिसर में ४ और अयोध्या नगर में ४ मरीज मिलने से घबराहट फ़ैल गई है. बताया जा रहा है चार दिन पूर्व उक्त इलाकों से जो ३ कोरोना के मरीज पाए गए थे ये सभी मरीज उन्हें के रिश्तेदार हैं. आपको बता दें कि चार दिन पूर्व बदलापुर पूर्व में रहने वाली एक ४५ वर्षीय महिला और उनकी २० साल की एक बेटी तथा बदलापुर पश्चिम में रहने वाला एक युवक कोरोना पॉजिटिव निकला. बताया जा रहा है कि महिला और उनकी लड़की लाॅक डाउन में सातारा में अपने एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में गई थी. वहां से वह कोरोना रोगी के संपर्क में आए और उन्हें कोरोना हुआ है. जबकि बदलापुर पश्चिम निवासी युवक वोक्हार्ट अस्पताल का कर्मचारी है. अब जो ८ नए मामले सामने आये हैं ये सभी उन्हीं तीनों मरीजों के रिश्तेदार बताये जा रहे हैं.

पैसेंजर ट्रेनें १४ अप्रैल तक रद्द


कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रेलवे ने पहले ३१ मार्च तक समूचे देश में मेल/एक्सप्रेस, पैसेंजर तथा उपनगरीय ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया था. अब पीएम नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों तक पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा करते हुए जनता को घर पर ही रहने के लिए कहा है. जिसके बाद अब मध्य रेल ने कोविड-१९ के संदर्भ में लॉकडाउन के मद्देनजर १४ अप्रैल की रात १२ बजे तक (मेल/एक्सप्रेस, पैसेंजर, डेमू/मेमू, नेरल-माथेरान सेवाओं और उपनगरीय सेवाओं) को रद्द कर दिया है। मध्य रेल प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध करते हुए कहा है कि वे इस पर ध्यान दें।