सांसद डॉ. शिंदे की मांग पर पालकमंत्री और जिलाधिकारी की मंजूरी
ठाणे, करोना यानि कोविड-१९ के संक्रमण को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार तथा स्थानीय निकाय प्रशासन युद्ध स्तर पर प्रयत्नशील है. कोरोना की जांच अधिक से अधिक संख्या में हो सके इसके लिए भी प्रयास किये जा रहे हैं. कल्याण-डोंबिवली मनपा क्षेत्र में कोरोना की जांच के लिए स्वतंत्र लैब हो इसके लिए कल्याण संसदीय क्षेत्र के शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे पत्र व्यहार कर रहे थे. आख़िरकार इस पत्र व्यवहार का उन्हें प्रतिसाद मिला और ठाणे जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे तथा जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने कल्याण-डोंबिवली मनपा क्षेत्र में करोना की जांच हेतु स्वतंत्र लैब तैयार करने के लिए निधी देने की मंजुरी दी है. दरअसल करोना की जांच के लिए लैब की संख्या कम है और उसपर जांच का भार अधिक है. कल्याण-डोंबिवली क्षेत्र में बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं इसलिए इस क्षेत्र में एक स्वतंत्र लैब का होना अत्यंत ही जरुरी है. फ़िलहाल संदिग्ध मरीजों का स्वेब जांच के लिए मुंबई के केईएम अस्पताल और जेजे अस्पताल भेजा जाता है और जांच रिपोर्ट आने में समय लगता है. जिसके चलते संदिग्ध मरीजों का इलाज करने में समय लग रहा है. इस बात को ध्यान में रखते हुए कल्याण-डोंबिवली के लोगों की कोरोना की जांच के लिए स्वतंत्र लैब हेतु सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे प्रयत्नशील थे. इस प्रकार के लैब को तैयार करने के लिए लगने वाली निधि जिला नियोजन योजना से देने की मांग उन्होंने पालकमंत्री एकनाथ शिंदे तथा जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर से की थी. सांसद डॉ. शिंदे की इस मांग को आखिरकार पालकमंत्री एकनाथ शिंदे तथा जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने मंजूर कर लिया है. इस संदर्भ में सांसद डॉ. शिंदे ने बताया कि कल्याण-डोंबिवली मनपा क्षेत्र के लिए स्वतंत्र लैब का प्रस्ताव तैयार कर इसकी मंजूरी के लिए राज्य सरकार के पास भेजा जायेगा।
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