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भिवंडी में फिर लगी भीषण आग, कशेली में फर्नीचर बनाने वाले 50 से अधिक कारखाने जलकर ख़ाक




 भिवंडी : भिवंडी शहर सहित ग्रामीण इलाके के गोदामों में आए दिन आग लगती रहती हैं| जिससे बड़े पैमाने पर धनहानि सहित पर्यावरण का नुकसान होता रहता है| शुक्रवार की रात लगभग 11 बजे  कशेली स्थित चामुंडा कांप्लेक्स के सामने फर्नीचर बनाने वाले कारखाने में आग लग गई| आग इतना भयंकर थी कि देखते ही देखते आसपास के 50 से अधिक कारखाने उसकी चपेट में आ गए| अग्निशमन दल के जवान घंटो कड़ी मेहनत करने के बाद जब तक आग पर काबू पाए तब तक सब कुछ जलकर ख़ाक हो गया था| फर्नीचर कारखाने में बिजली के शार्टसर्किट से आग लगने की आशंका व्यक्त की गई है| आग लगने से बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान हुआ है| संयोग से दशहरा की छुट्टी होने के कारण कोई भी मजदूर अथवा कर्मचारी कारखानों में नहीं थे| जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई|  

  बतादें कि भिवंडी-ठाणे रोड स्थित कशेली खाड़ी के किनारे पतरे के शेड में फर्नीचर बनाने के कई कारखाने हैं| सभी कारखानों में फर्नीचर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर लकड़ी, कपास,फॉम एवं रेग्जीन आदि रखा गया था| जिसके कारण एक कारखाने में आग लगते ही अन्य कारखानों में भी आग पहुंच गई थी| आग लगने की सूचना मिलते ही भिवंडी मनपा सहित ठाणे एवं कल्याण मनपा अग्निशमन दल की गाड़िया घटनास्थल पर पहुंच गई थी| अग्निशमन दल की पांच गाड़ियों एवं निजी टैंकरों की मदद से घंटो परीश्रम करने के बाद सुबह लगभग पांच बजे आग पर काबू पाया जा सका| लेकिन तब तक 50 से अधिक कारखाने जलकर ख़ाक हो गए थे| जिसमें करोड़ों रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है|

   अग्निशमन दल के जवानों ने बताया कि पानी की कमी होने के कारण उन्हें आग पर नियंत्रण पाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा| सूत्र बताते हैं कि यहां बनाए गए सभी कारखाने गैरकानूनी तरीके से बनाए गए हैं| जिन्हें बनाने के लिए किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई है| अनधिकृत रूप से पतरे के शेड में बनाए गए इन कारखानों के सुरक्षा के लिए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है| पुलिस द्वारा यह पूछताछ की जा रही है कि फर्नीचर बनाने के लिए किससे अनुमति ली गई थी| इन कारखानों में बड़े पैमाने पर मजदूर काम करते हैं| लेकिन दशहरा की छुट्टी होने के कारण उसमें काम करने वाले सभी बाहर चले गए थे| जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई|

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