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अलर्ट मोड पर काम कर रहा है उल्हासनगर मनपा और पुलिस प्रशासन


धनुषधारी
  •  कोरोना की रोकथाम के लिए हर संभव उपाय योजना कर रही मनपा 
  • मनपा द्वारा की गई फीवर क्लिनिक की स्थापना




उल्हासनगर, कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर एक ओर पूरी दुनिया खौफजदा है, वहीं उल्हासनगर का `जीरो कोरोना शहर' बना रहना सुकून देने वाली खबर है. दरअसल उल्हासनगर का जीरो कोरोना शहर बने रहने में उल्हासनगर मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख की सक्रियता की बड़ी भूमिका रही है. उन्होंने क्षेत्र में किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त ना करने की हिदायत पहले ही दे दी है. उल्हासनगर में करीब ८ लाख की आबादी रहती है लेकिन उल्हासनगर उन भाग्यशाली शहरों में है जो अभी तक कोरोना जीरो शहर की श्रेणी में हैं और यह श्रेणी लगातार बरकरार रहे इसके लिए यहां के मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख, पुलिस उपायुक्त प्रमोद शेवाले अपने मातहत अधिकारियों के साथ दिन-रात यहां की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इस बीच  उल्हासनगर मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने एक विज्ञप्ति जारी कर उल्हासनगर में कोरोना की रोकथाम के लिए की जा रही उपाय योजना की जानकारी दी है जो इस प्रकार है- उन्होंने कहा है कि उल्हासनगर में अबतक एक भी कोरोना बाधित मरीज़ नहीं है परंतु उल्हासनगर से सटे शहरों अंबरनाथ, बदलापुर, कल्याण तथा डोंबिवली में कोरोना पीड़ित मरीजों की संख्या को देखते हुए उल्हासनगर में कोरोना बाधित व्यक्ति पर स्वास्थ्य उपाय योजना करने के लिये और कोरोना लक्षण दिखाई देने वाले व्यक्ति को अलगिकरण विलगिकरण करने हेतु फीवर क्लिनिक बुखार जांच केंद्र की स्थापना उल्हासनगर मनपा द्वारा की गई है. मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने उल्हासनगर के सभी फिजिशियन और अस्पताल को सूचित किया है कि जिस व्यक्ति में कोरोना लक्षण दिखाई दे उन्हें तुरंत कोविड अस्पताल में भेजना है. जांच प्रक्रिया में गतिमानता लाने के लिये अस्पताल और फिजिशियन को आसानी हो इसलिये फीवर क्लिनिक की स्थापना की गई है,

1) उल्हासनगर कैम्प 1
नागरी आरोग्य केंद्र साधुबेला स्कुल के पास. उल्हासनगर 1.

2) उल्हासनगर कैम्प 2
नागरी आरोग्य केंद्र नेहरू चौक उल्हासनगर 2.

3) उल्हासनगर कैम्प 3
नागरी आरोग्य केंद्र 4,
माता मंदिर के पास, उमनपा मुख्यालय के पिछे, उल्हासनगर 3,

4) उल्हासनगर कैम्प 4-5
नागरी आरोग्य केंद्र 5
विटीसी ग्राउंड के पास
उल्हासनगर 4,

यहां उल्हासनगर मनपा द्वारा फीवर क्लिनिक बुखार जांच क्लिनिक उपलब्ध करवाये गये हैं. साथ ही उल्हासनगर मनपा द्वारा उल्हासनगर शहर में कोविड-19 टेस्ट के लिए कोविड विस्क नाम से बने स्वाब कलेक्शन कियोस्क सेंट्रल अस्पताल उल्हासनगर कैम्प 3 में और दूसरा स्वामी टेउराम धर्मशाला उल्हासनगर कैम्प 5 में लगाया गया है. इस पद्धति से डॉक्टर को उक्त बने केबिन में सुरक्षित रखते हुये टेस्ट के लिए स्वाब सैम्पल लिए जाएंगे। इसके अलावा शासकीय प्रसुति गृह दवाखाना उल्हासनगर कैम्प 4 में कोविड हेल्थ केयर सेंटर और कोविड-19 अस्पताल भी खोला गया है. सभी 4 प्रभागों में वैद्यकीय आरोग्य अधिकारी द्वारा गट बनाकर सर्वेक्षण करना है. कोरोना सदृश बुखार सर्दी का मरीज़ दिखते ही उन्हें फीवर क्लिनिक में जांच करवानी है. निजी अस्पतालों तथा क्लिनिक में जो कोरोना सदृश मरीज़ आएंगे उन्हें खुद उपचार ना करते हुये फीवर क्लिनिक में भेजना है. उल्हासनगर का सेंट्रल अस्पताल, मीरा एनेक्स हॉस्पिटल और सेंचुरी हॉस्पिटल को नॉन कोविड हॉस्पिटल घोषित किये गए हैं. इस कारण इन अस्पतालों में कोविड संबंधित कोई भी उपचार नहीं किया जाएगा। ओपीडी में ही जो मरीज़ कोरोना सदृश दिखे उसे फीवर क्लिनिक में जांच के लिए भेजा जाए अन्यथा अस्पताल पर कार्यवाही हो सकती है. फीवर क्लिनिक में कोरोना सदृश मरीज़ दिखे तो उसे टेउराम धर्मशाला में कोविड केअर सेंटर में भेजा जाए, वहां से स्वाब सेम्पल कलेक्शन करके अगर मरीज़ पॉज़िटिव हुआ तो उसे उल्हासनगर कैम्प 4 के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाए. जो मरीज़ निगेटिव पाये जाएँ उन्हें उनके घर में ही 14 दिन होम कॉरण्टाइन किया जाए. जिन अधिकारियों को सर्वेक्षण के लिए नियुक्त किया गया है उन्हें जानकारी देना बन्धनकारक है. ऐसी जानकारी उल्हासनगर मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख द्वारा विज्ञप्ति ज़ारी कर दी गयी है।

- अलर्ट मोड पर काम कर रहा प्रशासन 


उल्हासनगर में मनपा और पुलिस प्रशासन पूरी तरीके से अलर्ट मोड पर है. शहरभर में सक्रिय रहने और लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए ना सिर्फ धारा 144 लागू की गई है बल्कि शहर में शांति व्यवस्था बरकरार रहे, इसके लिए भी आवश्यक उपाय योजना की गई है. उल्हासनगर में अब तक कोई भी मरीज कोरोना से सक्रमित नहीं है ये कहीं न कहीं प्रशासन की बड़ी उपलब्धि है.
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