- उल्हासनगर में दुकानों की लौटी रौनक, पटरी पर धीरे-धीरे आ रही जिंदगानी
- कैंप ४ के मुख्य बाज़ार में लगा बेरिकेटिंग मनपा ने हटवाया
- दुकानदारों और व्यापारियों ने जताई ख़ुशी

उल्हासनगर. (संतोष झा). आखिरकार उल्हासनगर में दुकानों की रौनक पुन: लौटने लगी है। मंगलवार से कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर सभी दुकानों को सुबह ९ बजे से शाम ७ बजे तक नियमित रूप से शुरू करने का आदेश मनपा आयुक्त डॉ. राजा दयानिधि ने सोमवार को जारी किया था। अब सभी दुकानों को पुन: नियमित खोलने की अनुमति मिलने से दुकानदारों तथा व्यापारियों में खुशी की लहर है. दुकानदारों को उम्मीद है कि धीरे-धीरे सब पूर्ववत हो जाएगा। गौरतलब हो कि करीब ५ माह से लॉकडाउन की वजह से सभी दुकानदार परेशानी झेल रहे थे। सभी प्रकार के व्यवसाय और व्यापार ठप हो गए थे। दुकानों में कार्य करने वाले कई मजदूर बेरोजगार हो गए थे। कई दुकानें किराए पर चलाई जा रही थीं, समय पर किराया नहीं भर पाने के कारण कई दुकानें बंद हो गई हैं। इतना ही नहीं, कभी पूर्णत: बंद तो कभी पी१ पी२ के चक्कर ने तो सभी के सामने आजीविका की मुसीबत खड़ी कर दी थी। वहीं आम नागरिकों को भी इससे काफी दिक्कतें आ रही थीं। लॉकडाउन की वजह से राज्य सरकार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निर्देश पर `मिशन बिगेन अगेन' की शुरुआत तो की गई, लेकिन कोरोना के केसेस को ध्यान में रखते हुए दुकानों को खोलने की अनुमति देने का अधिकार स्थानीय निकायों को दिया गया. चूँकि उल्हासनगर में अब कोरोना के केसेस कम होने लगे हैं जिसे ध्यान में रखते हुए मनपा आयुक्त डॉक्टर दयानिधि ने मंगलवार से कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर सभी दुकानों को सुबह ९ बजे से शाम ७ बजे तक नियमित रूप से शुरू करने का आदेश जारी किया. जिससे धीरे-धीरे जिंदगानी पटरी पर लौटने लगी है।
- कैंप ४ के मुख्य बाज़ार में लगा बेरिकेटिंग मनपा ने हटवाया
पिछले करीब पांच महीनों से उल्हासनगर ४ के मुख्य बाज़ार में सरकारी प्रसूति अस्पताल जिसे मनपा ने कोविड- १९ अस्पताल बनाया है. वहां सड़क पर मनपा ने बेरिकेटिंग कर आम लोगों के लिए आवाजाही बंद कर दी थी. जिससे वहां के सैकड़ों दुकानदारों औऱ स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. लगातार दुकनदारों द्वारा बेरिकेटिंग हटाने की मांग मनपा आयुक्त डॉक्टर राजा दयानिधि से की जा रही थी. आखिरकार जब सोमवार को उन्होंने शहर की सभी दुकानों को मंगलवार १८ अगस्त से सुबह ९ बजे से शाम ७ बजे तक खोलने का आदेश जारी किया उसके बाद मंगलवार को मनपा ने मुख्य बाज़ार में लगाए बेरिकेटिंग को हटवा दिया जिससे लोगों की आवाजाही की समस्या ख़त्म हो गई.
उल्हासनगर में घट रहा कोरोना का प्रकोप, मिले २४ मरीज, रिकवरी रेट ९३.५८ प्रतिशत
- आंकड़ा ७४३३, अबतक स्वस्थ हुए ६९५६ मरीज, एक्टिव मरीज २८७
उल्हासनगर। कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए उल्हासनगर मनपा द्वारा किये जा रहे तमाम उपाय योजना के चलते अब उल्हासनगर में कोरोना का प्रकोप कम होता जा रहा है. जबकि बेहतर चिकित्सा सुविधा से रिकवरी रेट भी अच्छा है. लेकिन दुखद बात ये है कि मृतकों की संख्या भी हर रोज बढ़ती जा रही है. मनपा के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बीते २४ घंटे के दौरान २४ नए मरीज मिले हैं. जबकि सोमवार को ३८ मामले मिले थे. इस बीच बीते २४ घंटे के दौरान ५ मरीजों की मौत होने से अबतक इस महामारी से मरने वालों की संख्या १९० हो गई है. इस प्रकार उल्हासनगर में अब तक कुल ७४३३ लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. जिसमें बीते २४ घंटे के अंदर ३५ मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर जा चुके हैं और उपचार के पश्चात घर वापस लौटने वालों की कुल संख्या ६९५६ तक पहुंच गई है. यानि रिकवरी रेट ९३.५८ प्रतिशत है. इस प्रकार अभी २८७ एक्टिव मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है. मंगलवार को जो २४ नए मरीज मिले हैं उनका विवरण इस प्रकार है- कैंप एक से मिले कुल १ मरीज, कैंप दो से मिले कुल २ मरीज, कैंप तीन से मिले कुल ३ मरीज, कैंप चार से मिले कुल १४ मरीज और कैंप पांच से मिले कुल ४ मरीज. कुल मिलाकर फिलहाल कैंप ४ परिसर में सबसे ज्यादा कोरोना का प्रकोप देखा जा रहा है. सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज कैंप ४ से ही सामने आ रहे हैं.
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें